हरियाणा के रेवाड़ी शहर के बबल कस्बा में एक शहीद की मूर्ति लगी हुई थी. कुछ अज्ञात युवकों ने इस मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया. टाइल ईंट मारकर उन युवकों ने शहीद की प्रतिमा की गर्दन तोड़ दी. बताया जा रहा है कि समाधि स्थल पर भी टाइल ईंट मौजूद थी. बाल थाना पुलिस ने कुछ अज्ञात युवकों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्यवाही करना शुरू कर दी है.
2002 में भगतराम शहीद हुए थे
खबर आ रही है कि बावल की जटवाड़ा मोहल्ला के निवासी भगतराम सीआरएफ में कार्यरत थे. जम्मू कश्मीर में वह सन 2002 में शहीद हुए थे. उनके पुत्र भूपेश ने पुलिस को बताया कि अपने दादा भगतराम की याद में उन्होंने उनकी है प्रतिमा झाबुआ सड़क पर बनवाई हुई थी.
पड़ी मिली गर्दन अलग
भूपेश ने पुलिसकर्मियों को शिकायत देते हुए कहा कि हमेशा की तरह ही सुबह को जब वह समाधि पर साफ-सफाई करने के लिए पहुंचा तो उन्होंने पाया कि मूर्ति से गर्दन अलग पड़ी हुई है. साथ ही उन्होंने देखा कि उसके पास एकटाइल ईंट पड़ी हुई थी. इस टाइल ईंट के द्वारा ही इस मूर्ति को क्षति ग्रस्त किया गया होगा. इस घटना की सूचना के बाद शहीद के परिजन और इसके अलावा वहां पर बहुत भीड़ मच गई.
पुलिस ने किया अज्ञात पर केस
बताया जा रहा है कि लोगों के द्वारा मूर्ति को क्षतिग्रस्त किए जाने पर भी भारी रोष जताया जा रहा है. थाना पुलिस ने कुछ अज्ञात युवकों के खिलाफ केस दर्ज करके कार्यवाही करना शुरू की है. वारदात को अंजाम देने वाले आरोपियों को पकड़ने के लिए आस-पास मौजूद सीसीटीवी कैमरे भी चेक हो रहे हैं.