युवकों की तलाश के लिए नहर में सर्च अभियान चलाती एनडीआरएफ की टीम।
रुपया चौक के पास जेएलएन नहर में छह दिन पहले बहे दो युवकों की तलाश अधूरी ही रह गई। चार दिन के अभियान के बाद भी दाेनाें युवक नहीं मिले ताे बुधवार को एनडीआरएफ की टीम भी भटिंडा लौट गई। नहर में तलाशी के दाैरान टीम ने रुपया चौक से अभियान शुरू किया गया। जाे झज्जर के साल्हावास में 50 किलोमीटर तक नाव, रस्से के मदद से आगे बढ़ता रहा।
एनडीआरएफ की टीम के लौट जाने से अब परिजनों को अपने बेटों के पाने की आखिरी आस भी टूट गई। शिवाजी कॉलोनी एसएचओ शमशेर सिंह ने बताया कि नहर में झज्जर के साल्हावास तक अभियान चलाया गया। युवकों का पता नहीं लग सका। फिलहाल एनडीआरएफ की ओर से अभियान को बंद किया जा रहा है, हालांकि पुलिस लगातार नहर पर निगरानी रखेगी। युवकों की तलाशी थाना पुलिस की प्राथमिकता में है।
पानी कम न होना बनी अभियान फेल होने की वजह
नहर में तलाशी अभियान के दौरान शुरुआत में तो 400 क्यूसिक पानी कम किया गया। लेकिन, दो दिन बाद ही इस फिर से पूरा कर दिया गया। नहर का जल स्तर कम न होना और तेज बहाव होना युवकों की तलाशी में रोड़ा बना।
जेएलएन की आखिरी सीमा झज्जर के साल्हावास पहुंची टीम, फिर भी नहीं मिले
छह दिन पहले रुपया चौक पर जेएलएन नहर में मां सरस्वती की मूर्ति के विसर्जन के वक्त सूर्या कॉलोनी का 20 वर्षीय अमित और सैनिक कॉलोनी का 20 वर्षीय अभिषेक बह गए थे। मगर दो दिन तक नहर में तलाशी अभियान नहीं चलाया गया।
परिजनों के लगातार शिकायत करने और मामला आम लोगों तक पहुंचने से दो दिन बाद शिवाजी कॉलोनी थाना पुलिस और भटिंडा से आई एनडीआरएफ की टीम ने नहर में रुपया चौक से तलाशी अभियान शुरू किया। जो चार दिन तक चला। इस दौरान रोजाना जेएलएन नहर में 10 से 12 किलोमीटर तक अभियान चलाते-चलते बुधवार को टीम झज्जर में जेएलएन की आखिरी सीमा साल्हावास तक पहुंच गई, लेकिन अभी तक युवकों का पता नहीं लगा है।
परिवार का दर्द : हम गरीब हैं, हमारी आखिर कौन सुनेगा : भोला
नहर में पानी कम न होने को लेकर बहे युवक अमित के पिता सैनिक कॉलोनी निवासी भोला रजक ने कहा कि वह गरीब हैं, प्रवासी मजदूर हैं, इसलिए हमारी सुनेगा ही कौन। आज किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति का बेटा इस तरह नहर में बहा होता तो प्रशासन केवल पानी ही नहीं रोकता, बल्कि उसकी तलाशी के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देता। कुछ माह पहले ही दो स्थानीय युवक भी नहर में डूबे थे, उनके प्रदर्शन के बाद दो दिन में ही युवकों के शवों को खोज निकाल लिया गया था। उन्होंने बताया कि वह गुरुवार को सड़क पर बैठकर बेटे की तलाश की मांग करेंगे।