महंत श्री श्री 1008 महंत विश्वनाथ पुरी
हरियाणा के कैथल के खुराना रोड स्थित बृहस्पति कुंड मंदिर के मंहत श्री श्री 1008 विश्वनाथ पुरी शुक्रवार को ब्रह्मलीन हो गए। उनके ब्रह्मलीन होने की सूचना शहर में फैली तो शोक ही लहर दौड़ पड़ी। माता गेट स्थित सूरजकुंड मंदिर के डेरा परमहंस पुरी के महंत रमनपुरी ने ब्रह्मलीन होने की जानकारी दी।
अष्ठकौशल महंत थे
महंत रमनपुरी ने बताया कि श्री श्री 1008 महंत विश्वनाथ पुरी को बृहस्पति कुंड पर ही भू-समाधि दी गई। इस दौरान प्रदेशभर से श्रद्धालु व साधु समाज के लोग जुटे। रमन पुरी ने बताया कि उनके गुरु महंत श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के रमतापंच के अष्ठकौशल महंत थे। उनके ब्रह्मलीन होने के बाद जिले भर का साधु समाज भी पहुंचा।
वर्ष 1960 में आए थे कैथल
महंत रमनपुरी ने बताया कि उनके गुरु महंत श्री श्री 1008 महंत विश्वनाथ पुरी वर्ष 1960 में कैथल आए थे। उस समय उनकी आयु महज 25 वर्ष की ही थी। उन्होंने 98 वर्ष की आयु में अपना चोला छोड़ा है। रमनपुरी ने बताया कि गुरुजी के ब्रहमलीन होने के बाद महंत शैली गिरी, महंत महेश पुरी, रामचंद्र गिरी, हीरा पुरी व दूजपुरी पहुंचे।