हरियाणा के हिसार में जनसंगठनों ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, जनवादी महिला समिति के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जनसंगठनों ने कहा कि बुधवार को पेश बजट में आम नागरिक के लिए कुछ भी विशेष नही है। पिछले बजट की तरह इस बार का बजट में केवल पूंजीपतियों के लिए लाभकारी है।
किसान सभा के राज्य सहसचिव दिनेश सिवाच ने कहा कि देश वित्तमंत्री से देशवासियों से उम्मीद थी कि मौजूद सरकार का अंतिम बजट है आमजन को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिलेगी। लेकिन पिछले बजट की तरह ही ये बजट भी उघोगपतियों के लिए लाभकारी सिद्ध हुआ है।
इस बार मनरेगा का बजट कम किया गया है। वही देश खाद की कमी हो रही है लेकिन बजट में खाद के बजट से 50 हजार करोड़ रूपए कम कर दिए। उज्जवला योजना, शिक्षा, स्वास्थ्य से सरकार ने बजट कम कर दिया है।

बजट को लेकर प्रदर्शन करते हुए।
किसान सभा के राज्य सहसचिव दिनेश ने कहा कि पिछली बार से इस बार करीब 60 प्रतिशत बजट में इजाफा किया गया है। वही मंहगाई में 10.3 फीसदी बढ़ी है। सरकार घाटे को पूरा करने के लिए आमजन की सुविधाएं में कटौती करने का काम कर रहे है। सरकार द्वारा पेश किए गए बजट से आमजन को पूरी तरह से निराशाजनक रहा है।
उन्होने बताया कि सरकारी कर्मचारियों व किसानों को बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन वित्तमंत्री निर्मला सीतारमन ने कर्मचारियों की पुरानी मांग ओल्ड पेंशन स्कीम योजना के बारे कोई ऐलान नही किया। वही किसानों को भी उम्मीद थी न्यूनतम समर्थन मुल्य पर सरकार बड़ा निर्णय लेगी लेकिन किसानों को निराशा ही हाथ लगी।