हरियाणा के हिसार जिला में एयरपोर्ट चौक से तलवंडी राणा को जाने वाले मार्को रोकने के विरोध में गांव वालों का धरना आज भी शुरू है. गांव वाले चंडीगढ़ के हाईवे पर धरना देते हुए नजर आ रहे हैं. शनिवार की भीड़ के पश्चात गांव वाले कोई नई रणनीति भी बना सकते हैं. क्योंकि शनिवार के दिन प्रशासन ने सड़क को दो जेसीबी की सहायता से उखाड़ना चालू कर दिया था.
जजपा विधायक नहीं आए ग्रामीणों के बीच
शुक्रवार की रात को सड़क उखाड़ने के बाद ग्राम वासियों ने दिल्ली हाईवे पर जाम लगवा दिया. इसी दौरान ग्राम वासियों की पुलिस के साथ भी थोड़ी बहुत तू मैं हुई थी. पूरे दिन मोहल्ला भड़का हुआ दिखाई दिया. शनिवार के दिन भी ग्रामवासी धरने पर मौजूद रहे, किंतु जोगीराम सिहाग जोकि बरवाला के विधायक हैं वे धरने में ग्राम वासियों के बीच नहीं पहुंचे. जबकि जोगीराम सिहाग ने ग्राम वासियों का साथ देने की घोषणा कर चुके थे.

देर रात खुदवाया रोड
पुलिस ने बीते शुक्रवार की रात करीब 1 बजे हिसार तलवंडी राणा मार्ग को रात के समय गुपा चुप्पी से खुदवा दिया. रोड पर दो जगह पे जेसीबी के द्वारा गहरे खड्डे को दिए गए. इससे पहले दोनों तरफ से मार्ग को बंद कर दिया गया. यह कार्रवाई धरना स्थल से कुछ 2 किलोमीटर की दूरी पर हुई थी
प्रशासन ने गैस एजेंसी धांसू रोड एवं एयरपोर्ट की पट्टी के पास जहां सीमेंट की दीवार बनाई हुई थी, वहां से सड़क को खुदवा दिया. इस कार्रवाई की खबर ग्राम वासियों को तब लगी जब वे रात के 1 बजे अपने घर जाने वाले थे. इसके पश्चात सवेरे ग्राम वासियों ने हिसार शहर में आकर दिल्ली वाले हाईवे को कुछ समय के लिए बंद करवा दिया. इससे इस वजह से पुलिस के साथ उनकी तु मैं हो गई. पुलिस ने वहां से ग्राम वासियों को हटाया और हाईवे चालू कर दिया.

डिप्टी सीएम ने फोन नहीं उठाया
गुरुवार के दिन पुलिस प्रशासन रोड को बंद करने के लिए पहुंच गया था. ग्राम वासियों की धरने के चलते पुलिस प्रशासन सड़क को बंद नहीं कर पाया. ग्राम वासियों ने बरवाड़ा के विधायक जोगीराम से आपको धरने पर आमंत्रित किया था. इसके बाद विधायक जोगीराम सिहाग धरने पर पहुंच गए थे.
बरवाला के विधायक जोगीराम ने बताया कि उन्होंने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को फोन मिलाया, परंतु उन्होंने फोन उठाया नहीं. विधायक ने कहा कि दुष्यंत चौटाला हमारे ही नेता है, मुख्यमंत्री के समक्ष में यह मामला उठाऊंगा. और साथ ही विधायक जोगीराम ने कहा कि मुझे इस बात की बहुत तकलीफ है कि मैंने फोन मिलाया और दुष्यंत चौटाला ने फोन नहीं उठाया. यह कोई अच्छी बात नहीं है.