
महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के सदस्य नारेबाजी करते हुए।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रमोशन को लेकर 80 कर्मचारी रातभर कार्यालय के बाहर डटे रहे। इस दौरान एमडीयू प्रशासन ने भी उन्हें मनाने की कोशिश की। लेकिन, कर्मचारियों ने उनके मिले आश्वासनों को सिर्फ कागजी बताते हुए नकार दिया। उन्होंने कहा कि अब वह बिना पदोन्नति के पीछे हटने वाले नहीं हैं। शुक्रवार को दिनभर भी कर्मचारियों की मान-मनौव्वल चलती रही। शुक्रवार को एमडीयू के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ की ओर से एक गेट मीटिंग बुलाई गई। इसकी अध्यक्षता यूनियन के प्रधान जयबाग मलिक ने की।
इस दौरान गैर शिक्षक कर्मचारियों ने कहा कि एमडीयू प्रशासन की ओर से पदोन्नति के संबंध में 25 जनवरी को पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से जारी आदेशों की अनदेखी की जा रही है। कर्मचारी नारेबाजी करते हुए विश्वविद्यालय सचिवालय के मुख्य द्वार की ओर भी बढ़े। इस पर रजिस्ट्रार डॉ. गुलशन तनेजा को गेट पर आना पड़ा। उन्होंने कर्मचारियों से आग्रह किया कि 04 फरवरी को इसको लेकर एक बैठक बुलाई गई है।
चार सदस्यीय कमेटी गठित
एमडीयू की गैर शिक्षक स्थापना शाखा की ओर से तय किया गया है कि एक चार सदस्यीय विभागीय पदोन्नति समिति यानि डीपीसी गठित की गई है। इस कमेटी में चेयरमैन के तौर पर संस्कृत विभाग से प्रो. सुरेंद्र कुमार, गणित विभाग से प्रो. राजीव कुमार, सदस्य रजिस्ट्रार और विशेष आमंत्रित सदस्य वित्तीय सलाहाकार को शामिल किया गया है।
कोर्ट आदेश मिलते ही फैसला कर देंगे
कोर्ट के आदेश का स्पष्टीकरण मिलते ही फैसला कर देंगे। हम स्वयं भी देरी नहीं करना चाहते हैं। इसी को देखते हुए विभागीय पदोन्नति समिति का गठन कर दिया गया है। यह कमेटी शनिवार को दोपहर 3 बजे बैठक करेंगी। इस कमेटी की रिपोर्ट के तत्काल बाद पत्र जारी कर दिया जाएगा। इसलिए कर्मचारियों को समझदारी का परिचय देना चाहिए।