जींद11 मिनट पहले
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हरियाणा के जींद जिले के उचाना क्षेत्र में कई किसान नेताओं के अरेस्ट वारंट जारी किए गए हैं। इससे किसान नेताओं में रोष है। मंगलवार दोपहर को आजाद पालवां, सिक्किम सफखेड़ी, पूनम समेत कई किसानों ने रोष प्रकट करते हुए कहा कि पिछले साल 23 जनवरी 2022 को खटकड़ टोल पर मैराथन दौड़ में दुष्यंत चौटाला ने शिरकत की थी और मैराथन को हरी झंडी दिखाई थी । किसान इसका विरोध कर रहे थे।
अगर ये जुल्म है तो बार बार करेंगे
मैराथन के बाद उन्होंने खटकड़ टोल पर शुद्धिकरण के लिए हवन यज्ञ किया था। केवल इस जुर्म में किसान नेताओं के वारंट जारी कर दिए गए । उन पर रास्ता रोकने का आरोप लगाया गया, जबकि उन्होंने रास्ता नहीं रोका था। वह पुलिस हिरासत में थे। आजाद ने कहा कि अगर हवन करना, शुद्धिकरण करना जुर्म है तो है या जुर्म बार-बार करेंगे।
धरने को खत्म करने की साजिश
आजाद पालवां ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और सांसद बृजेन्द्र सिंह से उन्हें जान का खतरा है, क्योंकि डिप्टी सीएम ने उनका आर्म्स लाइसेंस रद्द करवा दिया। उसके घर पर भी हमला हो चुका है। किसान नेताओं ने कहा कि गोहाना में अमित शाह की रैली में जिस तरह से भीड़ नहीं जुट पाई, जिस से सरकार की असलियत सबके सामने आ गई है। अब उचाना तहसील के आगे चल रहे धरने को खत्म करने के मकसद से ही उनके वारंट जारी किए जा रहे हैं।
डिप्टी सीएम आने पर लौट जाएं ग्रामीण
आजाद पालवां ने कहा कि एक फरवरी को उचाना के करसिन्धु में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला स्वर्गीय देशराज नंबरदार की पुण्यतिथि पर पहुंचेंगे। क्षेत्र के लोगों से उनकी अपील है कि स्व, देशराज नंबरदार की पुण्यतिथि में सभी लोग श्रद्धांजलि दें लेकिन जैसे ही डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला आएं तो श्रद्धांजलि समारोह छोड़ कर आ जाएं।
किसानों की ये मांगे
आजाद, सिक्कम, पूनम ने बताया कि उचाना सिविल हॉस्पिटल में चिकित्सकों की नियुक्ति, ढाकल हेड से उचाना की तरफ नहर निकालने, गुरुकुल खेड़ा गांव में यूनिवर्सिटी बनाने के लिए और उचाना में सरकारी कॉलेज की मांग को लेकर धरना दे रहे हैं।